खुल्ला पत्र मोदीलाइ

इनेप्लिज २०७२ असोज ११ गते ३:४१ मा प्रकाशित

श्री मोदिजी,

क्षमा चाह्ताहू, बिना आपकी अनुमति आपकी भाषाका इस्तेमाल कर रहा हु/ आप तो हमारी भाषा, संस्कृति, संबिधान, या समस्या समझते नहिहो, लेकिन हम समझते हैं आपकी भाषाको, समस्याको/ सार्बभौमसत्ता, स्वाधीनता, लोकतंत्र , नैतिकता और जिम्मेबरी क्या है , आप खुद मेरे से बड़े हैं , जानकार भी है / काफी उम्मीदके साथ पहली दिनसे आपकी चुनाबी यात्राको हमने नजदीकसे देखा है / बिकाशके नारेसे आपने देशमे शाहबजादे और परिवारबादको परास्त किया और लोकतन्त्रको और मजबूत करनेमे कामयाबी हासिल की आपने, और हमको बहुत कुछ सिखनेको मिला आपसे / पदोंसियो के साथ् अच्छा सम्बन्ध बनानेकी कोशिश भी आप ने की / भुकम्पके समय आपने दिखावा किया या सच्मे आप हमारे मित्र है, ए आपको बताना होगा /सच् क्या है, आप हि जाने, लेकिन आपने नेपालके बारेमा दुहारा मापदण्ड लिया / आपने नेपालमे संबिधान मे संसोधंनकी पेश्कसकी और कुछ हमारे लोगोको साथ् मे ले लिया / जहाँ 90 % लोगोने संबिधानके पक्षमे हस्ताक्षर किया, आप बाँकी 10% का हवाला देकर हमारी स्वाधीनता पर आक्रमण कर रहे है / आपकि हि पत्रिका इन्डियन एक्सप्रेस के जरिये मालुम हुवाकि आप क्या चाह्ते है नेपाल मे/ अगर ऐसाही भारत मे होता तो आप किसका पक्षलेते ?

हमारे कुछ लोग आपसे हमारी मातृभूमिका सौदा करना चाहते हैं / उनको अच्छी तरह्से पह्चानिये / वो हमारे लिए वोही हैं जो आपके लिए अज्फल गुरु और याकुब मेनन थे / अगर कोइ बिदेशी भारत मे आकार हत्या और आतंक फैलाए, जैसे कि अज्मल कसब और लक्वी ने किया तो उनको जो सजा आप देना चाहेंगे वोही हम भी देना चाहेंगे /

सोनिया गान्धी के प्रधानमन्त्री होनेके बिषय मे आपने, स्वराजने और आडवाणी जी ने क्या कहाथा , हम्भी वोही चाहते है किसी बेदिशी नागरिक के साथ् / इसमे गलत क्या है /भारत मे मृत्यु दण्ड है, नेपालमे नही है / वहाँ गोधरा काण्ड होता है , होता रहा है , नेपालमे कभी नही हुवा / असम, काँसमिर, छातिसगढ़, नागाल्याण्ड, मुजाफ्नगर (यु पी ), मे जो होता है वो नेपालमे नही होता है / नेपलने कभी भी आप कि अन्दारुनी मम्लेमे दखलअन्दाजी नही कि / आप कर रह है हम पर / जो आरक्षण आप नेपालके मधेसियोको देना चाह्ते है, क्या वो आपने झारखण्ड, बिहार, और छातिस्गढ़के बसियो को दिया है ? क्या आप ने हार्दिक पटेल कि मांगको सम्बोधन किया है ? क्या आप सम्पुर्ण पटेलको IAS , IPS , bollywood , बायुसेना, जल्सेना, या अपनी cricket टिम मे आरक्षण दे सकते हैन ? तो ऐसा, आप नेपालमे क्युं चाह्ते है ? क्या आप समझते हैन कि नेपाल आप का गुलाम है ?

कुछ नासमझ और मुर्ख लोग भारतीय मेडिया मे नेपालके संबिधान कि ब्याख्या कर रहे है , बिना संबिधान पढे / यह आपकी भारतीय परम्परा है , कुछ भी बोल्दो , बिना सोचे समझे / आपको समझना चाहियेकी इस समय आपनेपालके बिषयमे बोल रहे है , नेपाल पाकिस्तान नहीं है / ए आप का एक मित्र राष्ट्र है / इसलिए हिन्दि मे लिखनापडा, ताकी आप सम्झे हमे / नेपालके लोगो ने जो स्वागत आप को दिया था, वो किसी और बिदेशीको कभी नही दिया था, नाहि आप को किसी और बिदेश्मे इस तरहका स्वागत मिला है / याद होगा आप को अक्षरधाम आक्रमण के बाद आप ने लाल्कारा था पाकिस्तानको, आपने कहा था ,” इस बार तुम्हने गलत निशाना लगाया मिया मुसराफ” / एक कम्जोर और भू-परिबेष्टित देश के खिलाफ नाकाबन्दी करके आपने कोइ बडा काम नही किया है / अगर नेपालके साथ आप जीत भी गए, क्या यह आपकी जीत होगी ? यह एक हाथि और चिटिकी लडाई है / हाथी चिटिको मार्दे तो सहानुभूति चिटिकोही मिल्ती है, और चिटि हाथिका

ताण्डव कर्वादे तो जीत/ इसमे जीत सिर्फ चिटिकी होतिहै / आपकि विदेशनीति क्या है , और कैसा सम्बन्ध आप चाह्ते हो पडोशिसे, हम नहीं जानते/ इतनातो आप को मालुम है की हम लोग “गोर्खा ” है , गुलामिकी आदत हमे नही है / इसलिए हम भी एक बार जोर, जोर से चिल्ला ,चिल्ला कर कहना चाहेंगे “मिस्टर मोदी इस्बार आप का निशाना गलत लगा” / नेपालमे आप को बिरता पुर्वक पिछे हट्ना पडेगा/ हम आप के मित्र है , मित्रके साथ् किसिको विजयश्री नही मिल्ती / जित्नेले लिए दुश्मन के साथ् करो मुकबला /अगर आप ठिक है तो, करके दिखायिये पाकिस्तानकी सम्बिधानकी किसी एक धारा कि परिवर्तन / एक बार फिर हम भी कहंगे “हर हर मोदी , घर घर मोदी “/ हम वीर गोर्खाली हैं इतना कह्नेका साहस तो रख्तें हैं /

तुरुपका एक पत्ता हमारे पास भी है, जो हमने अभि खेला नहीं है, नाही हम चाह्ते है इस्का प्रयोग/ इस तुरुपके पत्तेको रोकना है तो गोटी आपके हाथमें है /सुशासन और बिकाशके आपके नारे को हम सम्मान करते है, अभिभी / हम चाह्ते है कि अगला चुनाव आप हीजिते /

अन्त मे, बिहार में चुनावकी शुभकामनाये /

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